Skip to main content

सुनो ना एक बात कहनी है तुमसे जो बहुत जरुरी है ,

 सुनो ना एक बात कहनी है तुमसे जो बहुत जरुरी है ,

                                                       मै ठीक नहीं हूँ यार , मुझे जरुरत है तेरी , तेरे hug की , तेरे बांतो की, तेरे मौजूदगी की , तू जानती है ना की जब तू संग होती है तो सब कुछ अच्छा होता है , सब कुछ ठीक लगने लगता है , और जब तू दूर होती है तो कुछ भी सही नहीं होता है , मुझसे अकेले ये situation handle नहीं होता यार और इस वक़्त मुझे तेरी बहुत ज्यादा जरुरत है , बहुत ज्यादा का मतलब समझती हो ना | तू plz आजा यार तेरे आने से सब कुछ ठीक हो जायेगा , इतने दिन से मैं खमोश था किसी से कुछ भी नहीं कहा , घर से महीनो हो गए मैं बाहर नहीं निकला , तेरी जरुरत है यार , तुम्हारे जाने के बाद बहुत सी बातें हुयी , बहुत कुछ ऐसी खबरे भी आएं जो मेरे होंठो पे मुस्कराहट ला सकती थी पर आँखों ने साथ देने से मन कर दिया सिर्फ रो रही है यार, तुम जानती हो ना की तुम ही मेरी मुस्कराहट हो तो फिर ये सच्चाई तुम accept क्यों नहीं करती , 

                                                                              बहुत बातें है जो कहनी है तुमसे , बहुत आंसू है इन आँखों में जो तेरे हाथो से हटना चाहते हैं , इतना टुटा हुआ मैंने आज से पहले कभी महसूस नहीं किया , तू plz  संभाल ले यार , तुमने कहा था ना की तुम्हारी मोह्हबत सबसे अलग है सबसे ज्यादा है तो आज साबित कर दो ना , लौट आओ ना | याद है तुम कहती थी की तुम मुझे मुझसे ज्यादा जानती हो तो आज समझ क्यों नहीं रही कि मै बहुत miss कर रहा हूँ तुम्हे बहुत जरुरत है तेरी |

                                                                                                    जानती हो मेरा एग्जाम था मै गया था एक दिन सड़क पर खड़े तेज फर्राटे मरती गाड़ियों को देखकर बस यही मन में आ रहा था कि उनके सामने कूद जाऊँ और ख़तम कर लू इस ज़िंदगी को कदम आगे भी बढे पर एक पल में ही रुक गए क्योकि याद आ गया तेरे साथ बिताये हर वो लम्हे जो मेरे लिए बहुत ख़ास थे याद आ गया कि तुम कैसे मेरे हर गलतियों पे मुझे डाटा करती थी मुझे समझाया करती थी , आज भी मुझे उन बातों का इंतज़ार है plz लौट आओ ना मुझे बचा लो ना क्योकि पहली बार तुमने तो मुझे बचा लिया था पर शायद इस बार मै मर जाऊँ और मुझे इतनी जल्दी नहीं मरना है , मुझे पुरे करने है हमारे हर सपने को जो हमने साथ मिलकर देखा है,

                             पता नहीं तुम इसे पढ़ोगी कि नहीं पर अगर यहाँ पहुंच जाना तो plz लौट भी आना , मैं इंतज़ार करूँगा तुम्हारा , लोगो को गलत साबित करने आ जाओ कि मोह्हबत सच्ची कभी साथ नहीं देती, plz लौट आओ मै इंतज़ार करूँगा मैं नहीं जानता हूँ कि मोह्हबत औरो कि कैसी थी पर मैं इतना जरूर जानता हूँ कि हमारी मोह्हबत सच्ची थी, तुमने जो किया था वो सच्चा था, plz लौट  आना कसम से मैं तुम्हे कोई दर्द नहीं पहुँचाऊँगा मै बदल जाऊंगा जैसा तुम कहती हो वैसा बन जाऊंगा , कभी किसी भी चीज़ के नहीं रोकूंगा ना ही कभी किसी चीज़ के लिए टोकूंगा बस तुम लौट आओ और मुझे बचा लो , plz shona लौट आओ मुझे संभाल लो... plz.........................





Comments

Popular posts from this blog

उसकी मजबूरी रही होगी ....

  तेरे आगोश में दम तोड़ गई कितनी हसरतें,  फिर किसने तेरा नाम मोहब्बत रख दिया... प्यार... कभी महसूस किया है.....? अपने आप को खो कर सबकुछ पाने का अहसास ? यह सिर्फ एक कहानी नहीं बल्कि ज़िंदग़ी की वो सच्चाई है जिसे जानते हुए भी हम अनजान बने रहते हैं। आखिर क्यों मिलने से पहले जो प्यार ज़िंदग़ी के लिए ज़रूरत लगता है मिलने के बाद वही प्यार उसी ज़िंदग़ी के लिए घुटन बन जाता है.. आखिर क्यों... कभी-कभी हकीकत और सपनों के बीच की दूरी का अहसास ही नहीं होता.. क्यों प्यार सिर्फ प्यार ना रह कर पागलपन बन जाता है... और फिर यही पागलपन ज़िंदग़ी के लिए ऐसी सज़ा जहां ना तो ज़ख़्मों की गिनती हो सकती है और ना ही दर्द का हिसाब।       प्यार दोनों को बेशुमार था पर दुनिया के सामने ला पाना शायद दोनों को गवारा न हुआ , और आखिर वो रिश्ता कही गुमनामी में दब के दम घुट गया । उसे सोच के रोते रहना और किस्मत को गुनहगार कहना शायद ये मेरे लिए आसान था क्योंकि मैं ये मानना ही नहीं चाहता था कि मेरी भी कोई गलती होगी मुझे मैं सही लग रहा था , उसकी परवाह किए बगैर आखिर जब उसकी शादी का दिन नजदीक आ गया । तब मेरे...

समझोगी.. तुम भी समझोगी...

                                                                                                      वक़्त ऐसी चीज़ है वो सब कुछ सीखा देता है, इंसान बहुत मजबूत हो जाता है उस तन्हाई में जब उसे किसी की बहुत जरूरत हो और वो बिलकुल अकेला और तनहा हो, वो पल इंसान को पत्थर बना देता है | पर मेरी हर कोशिश नाकाम हो रही है जाने कौन सी मोह्हबत मैंने कर लिया तुमसे की ऐसी सजा मिल रही है ... बस जिंदगी एक ही कश्मकश में गुज़र रही है वो ये की कोशिश इतने वक़्त से सिर्फ एक सख्स को भुलाने की , और रोज की दुआ की ए खुदा वो मुझे फिर से मिल जाये -----                                                  आज तक है उसके लौट आने की उम्मीद,  ...

#arun_kumar_anand #arunkumaranand