तुम्हे देखकर दिल फिर से धड़क सा उठा है ... इन निगाहों में फिर से वो तस्वीर बन गयी है जिसपर मैंने धुंध की चादर डाल दिया था । आज सब कुछ फिर से नया सा लगने लगा है शायद फिर से तुमसे मोह्हबत होने लगी है ।।
आज दिल कुछ उदास सा है पता है क्यों , क्योकि ये सोचता है कि अगर सिर्फ तुम्हारी तस्वीर देखने से ये हाल है तो तुम नजरो के सामने होती तो क्या होता ।। आज कहीं से तुम्हारी तस्वीर सामने आ गयी और ये दिल फिर से कुछ ख्वाहिशें सजाने लगा ।।
दिल किया कि आज फिर तुमसे बातें करूँ, कुछ शिकायतें करूँ कि हर वो लम्हा मैंने कैसे गुज़ारे हैं जिनमे तुम्हारी यादें साये की तरह मेरे साथ थी । मैं किसी से कह तो नही पाता हूँ पर हाँ वो अंधेरे कमरे के कोने मेरे आंसुओ के गवाह बन जाते हैं ।।
आज कल सिर्फ तुम्हारे ही चर्चे होते है हर कोई मुझसे तेरे दीदार की तलब करता है, सब उस चेहरे को देखना चाहते हैं जिस चेहरे का अक्श मेरे हर अलफ़ाज़ में मिलता है ।।
पर तुम परेशान ना होना मैंने तुमसे वादा किया था ना की मैं तुम्हे दुनिया से छुपा के रखूँगा, वो वादा याद है मुझे ।। हमेशा की तरह तुम्हारे चेहरे को देखकर दिन बहुत अच्छा जा रहा है पर ना जाने क्यों आज दिल कुछ उदास सा है ।।
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